कृषकों की चेतना को नई दिशा देने के उद्देश्य से किसान चेतना मंच द्वारा बुधवार को सकरा प्रखंड के बेझा गांव में एक विशेष कार्यक्रम पूर्णिमा संगोष्ठी एवं खेत मिलन समारोह का आयोजन होना है। यह आयोजन रामनंदन के फार्म पर होंगे, जिसमें विभिन्न गांवों से प्रगतिशील किसान भाग लेंगे।
कार्यक्रम का शुभारंभ दोपहर से शुरू होगा, जिसमें कृषि यांत्रिकी, जैविक खेती, देसी नस्ल की गायों की उपयोगिता, तथा कृषि उत्पादों की गुणवत्ता एवं ब्रांडिंग जैसे विषयों पर विस्तार से चर्चा की जाएंगी।
कार्यक्रम के प्रमुख विषय रहे
गाय से खेत और खेत से गाय, खेती और पशुपालन के पारंपरिक संबंधों को कैसे मजबूत किया जाए?
कृषि उत्पादों में गुणवत्ता कैसे लाई जाए, जिससे किसान राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय बाज़ारों तक पहुँच सकें।
स्थानीय उत्पादों की ब्रांडिंग और बाज़ार व्यवस्था, किसानों की आमदनी कैसे बढ़े?
इस संगोष्ठी का उद्देश्य किसानों के बीच आपसी सहयोग और संवाद को बढ़ावा देना, पारंपरिक ज्ञान को आधुनिक तकनीक से जोड़ना तथा एक समृद्ध और आत्मनिर्भर ग्रामीण अर्थव्यवस्था की दिशा में कदम बढ़ाना।
कार्यक्रम के व्यवस्थापक रामनंदन ने बताया कि इस प्रकार के आयोजन ग्रामीण क्षेत्रों में किसानों के लिए मार्गदर्शक सिद्ध होंगे। उन्होंने कहा, गांव, गाय और खेती को जोड़ने से ही हम आत्मनिर्भर कृषि व्यवस्था की ओर बढ़ सकते हैं।
आयोजन के संयोजक आयुष कुमार ने कहा कि किसान चेतना मंच का प्रयास है कि किसानों को केवल खेत तक सीमित न रखा जाए, बल्कि वे अपनी सोच, संवाद और सामूहिक प्रयासों से बाजार, नीति और नवाचार तक जुड़ें