केंद्र सरकार ने किसानों के हित में एक अहम फैसला लेते हुए अनियमित रूप से बेचे जा रहे बायोस्टिमुलेंट्स और नैनो उर्वरकों की बिक्री पर रोक लगाने का निर्णय लिया है। इस निर्णय का स्वागत करते हुए बिहार के उप मुख्यमंत्री सह कृषि मंत्री विजय कुमार सिन्हा ने इसे किसानों के लिए दूरदर्शी और सराहनीय कदम बताया।
सिन्हा ने बताया कि केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों को भेजे गए पत्र में स्पष्ट निर्देश दिए गए हैं कि किसानों को अनुदानित यूरिया और डीएपी के स्थान पर जबरन नैनो उर्वरक या बायोस्टिमुलेंट्स बेचने की शिकायतों को गंभीरता से लिया जाए। अब बिना वैज्ञानिक परीक्षण और स्वीकृति के कोई भी बायोस्टिमुलेंट बाजार में नहीं बिकेगा।
उप मुख्यमंत्री ने कहा कि यह निर्णय इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि लंबे समय से लगभग 30,000 से अधिक बायोस्टिमुलेंट उत्पाद बिना किसी मानक और नियंत्रण के बाजार में मौजूद थे, जिससे किसानों में भ्रम की स्थिति बनी रहती थी। अब केवल उन्हीं उत्पादों को अनुमति दी जाएगी जो वैज्ञानिक परीक्षणों में प्रभावी पाए जाएं।
उन्होंने यह भी जानकारी दी कि हाल ही में आयोजित विकसित कृषि संकल्प अभियान के दौरान केंद्रीय मंत्री ने सीधे किसानों से संवाद किया और उर्वरकों व बीजों से जुड़ी समस्याएं गंभीरता से सुनीं। किसानों की शिकायत पर विभागीय बैठकें हुईं और इस मुद्दे को केंद्र तक पहुंचाया गया था।
सिन्हा ने कहा कि बिहार सरकार इस निर्णय को जमीनी स्तर पर प्रभावी तरीके से लागू करेगी और राज्य में उर्वरक एजेंसियों व खुदरा विक्रेताओं पर निगरानी बढ़ाई जाएगी। जबरन टैगिंग या अनियमित बिक्री के मामलों में सख्त कार्रवाई की जाएगी।
उन्होंने यह भी बताया कि केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान 17 जुलाई को बिहार के दौरे पर आ रहे हैं, जो बिहार के किसानों और कृषि क्षेत्र के प्रति उनकी प्रतिबद्धता को दर्शाता है।