बिहार में किसानों की आवाज़ को नीतिगत मंचों तक पहुँचाने और ग्रामीण संचार व्यवस्था को मजबूत करने के उद्देश्य से शुरू की गई Farmer The Journalist (FTJ) अभियान को अब और प्रभावशाली बनाने के लिए एग्रीकल्चर जर्नलिस्ट एसोसिएशन ऑफ इंडिया (अजय) ने राज्य सरकार से सहयोग की अपील की है।
राज्य अध्यक्ष रौशन कुमार ने बिहार सरकार के सूचना एवं जनसंपर्क मंत्री महेश्वर हजारी को एक मुलाकात करते हुए एफटीजे अभियान के लिए मांग की हैं ग्राम-स्तर के संवाददाताओं को प्रशिक्षित करने हेतु विशेष प्रशिक्षण कार्यक्रमों का आयोजन, राज्य एवं जिला स्तर पर मासिक कार्यशालाएं, जिसमें कृषि आधारित योजनाओं, सरकारी नीतियों एवं सूचना संप्रेषण की तकनीकी जानकारी दी जा सके, सूचना एवं जनसंपर्क विभाग द्वारा तकनीकी और सामग्री सहयोग, एक संवेदनशील और सशक्त कृषि संवाद प्रणाली तैयार करने हेतु विभागीय सहयोग प्रदान करने के लिए।
रौशन कुमार ने बताया कि यह अभियान प्रगतिशील किसान को सूचना के क्षेत्र में नेतृत्व प्रदान कर रहा है, जिससे न सिर्फ नीतियों की पारदर्शिता बढ़ेगी, बल्कि कृषि योजनाओं की जमीनी क्रियान्वयन की स्थिति का वास्तविक मूल्यांकन भी संभव हो सकेगा। उन्होंने यह भी कहा कि यदि सरकार एफटीजे अभियान को प्रशिक्षण, संसाधन एवं तकनीकी सहायता प्रदान करती है, तो यह राज्य की कृषि पत्रकारिता और सूचना तंत्र में एक सशक्त परिवर्तनकारी कदम होगा।
राज्य सचिव रामजी कुमार ने कहा कि एफटीजे अभियान बिहार सहित देशभर में एक अनूठा और सफल प्रयास है, जिसमें किसान खुद अपने गांव की समस्याएं, योजनाओं की स्थिति और बदलाव की ज़रूरतों को रिपोर्ट करते हैं। यह अभियान किसानों को मूलभूत पत्रकारिता की समझ देकर उन्हें अपने समुदाय का प्रभावशाली संवाददाता बनाने का कार्य कर रहा है।