बिहार सरकार के चतुर्थ कृषि रोडमैप के अंतर्गत डॉ. राजेंद्र प्रसाद केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय, पूसा द्वारा संचालित कृषि ज्ञान वाहन ने आज कृषि विज्ञान केंद्र बिरौली में आयोजित पांच दिवसीय डेयरी फार्मिंग प्रशिक्षण कार्यक्रम के प्रतिभागियों को आधुनिक पशुपालन की विस्तृत जानकारी प्रदान की।
कृषि ज्ञान वाहन के माध्यम से वीडियो प्रस्तुति के जरिये पशुपालकों को पशुओं में कृमिनाशक दवाओं के सही समय पर प्रयोग, टीकाकरण प्रणाली, विभिन्न रोगों की पहचान एवं रोकथाम, तथा बरसात के मौसम में पशु आवास और देखभाल जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर प्रशिक्षण दिया गया। जानकारी को सरल और दृश्य माध्यमों द्वारा प्रस्तुत किए जाने से प्रशिक्षुओं ने गहराई से विषयों को समझा।
कार्यक्रम के दौरान उपस्थित पशुपालकों ने अपने सवाल भी पूछे, जिनका विशेषज्ञों द्वारा मौके पर ही जवाब दिया गया, जिससे संवादात्मक वातावरण बना और जमीनी समस्याओं का समाधान भी संभव हो सका।
यह प्रशिक्षण कार्यक्रम 21 जुलाई से प्रारंभ हुआ है और 25 जुलाई तक जारी रहेगा। इसमें दर्जनों पशुपालक भाग ले रहे हैं, जो प्रशिक्षण के माध्यम से व्यावसायिक डेयरी फार्मिंग की दिशा में प्रेरित हो रहे हैं।
कृषि ज्ञान वाहन, जो कि विश्वविद्यालय द्वारा संचालित एक गतिशील प्रशिक्षण मंच है, निरंतर गांव-गांव जाकर किसानों और पशुपालकों को जागरूक कर रहा है। इससे ग्रामीण क्षेत्रों में तकनीक आधारित कृषि और पशुपालन को बढ़ावा मिल रहा है।