AgriPress

Agriculture News & Updates

© 2025 AgriPress. All rights reserved.

Made with ❤️ by Abhishek Kumar

कृषि समाचार

बिहार कृषि विश्वबिहार कृषि विश्वविद्यालय में आज होगी 28वीं प्रसार शिक्षा परिषद की बैठक

AgriPress Staff AgriPress Staff
Updated 6 July, 2025 4:04 PM IST
बिहार कृषि विश्वबिहार कृषि विश्वविद्यालय में आज होगी 28वीं प्रसार शिक्षा परिषद की बैठक

बिहार कृषि विश्वविद्यालय, सबौर में आज 28वीं प्रसार शिक्षा परिषद (Extension Education Council) की बैठक आयोजित की जाएगी। इस बैठक की अध्यक्षता विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. डी. आर. सिंह करेंगे। बैठक में देशभर के कृषि वैज्ञानिक, विस्तार शिक्षा विशेषज्ञ, विश्वविद्यालय के पदाधिकारी और प्रगतिशील किसान भाग लेंगे।


कार्यक्रम का शुभारंभ विश्वविद्यालय के मुख्य सभागार में दीप प्रज्वलन और पुष्पगुच्छ अर्पित कर अतिथियों के स्वागत के साथ होगा। प्रसार शिक्षा निदेशक डॉ. आर. के. सोहाने इस अवसर पर विश्वविद्यालय की प्रसार गतिविधियों एवं उपलब्धियों की रिपोर्ट प्रस्तुत करेंगे।


बैठक में डॉ. धूम सिंह (पूर्व प्रसार निदेशक, CSAU&T, कानपुर), डॉ. आर. एन. पडरिया (संयुक्त निदेशक, IARI, नई दिल्ली), डॉ. अंजनी कुमार (निदेशक, ICAR-ATARI, पटना) और डॉ. के. डी. कोकाटे (पूर्व डीडीजी, ICAR) जैसे ख्यातिप्राप्त विशेषज्ञ अपने अनुभव साझा करेंगे।


बैठक के दौरान पोषण शिक्षा एवं स्वास्थ्य सुरक्षा, प्राकृतिक खेती में नवाचार, कृषक संदेश, कृषक समाचार तथा VKSCoA न्यूज़लेटर जैसी प्रकाशन सामग्रियों का विमोचन किया जाएगा। साथ ही किसानों के पुस्तकालय के लिए पुस्तकें भी वितरित की जाएंगी। तकनीकी सत्रों में बिहार के विभिन्न कृषि जलवायु क्षेत्रों के अंतर्गत आने वाले कृषि विज्ञान केंद्रों जैसे मधेपुरा, पूर्णिया, सहरसा, अररिया, कटिहार, भागलपुर, कैमूर, गया, पटना आदि द्वारा रबी 2024 के मौसमी विश्लेषण, पोषण उन्मूलन कार्यक्रमों की प्रगति रिपोर्ट तथा मौसम सलाह सेवाओं के प्रभाव पर चर्चा की जाएगी।


इस मौके पर प्रगतिशील किसान दिलीप मेहता (अररिया), गुन्जेश गुंजन (भागलपुर) और अमित कुमार (लखीसराय) अपने अनुभव साझा करेंगे। बैठक के समापन सत्र में विशेषज्ञों के समेकित सुझावों के उपरांत कुलपति डॉ. डी. आर. सिंह अध्यक्षीय वक्तव्य देंगे। यह बैठक विश्वविद्यालय की प्रसार शिक्षा नीति को और अधिक प्रभावी एवं सशक्त बनाने की दिशा में मील का पत्थर साबित होगीविद्यालय